Roots

Wednesday, April 6, 2022

संदेह कि वफादारी


तालियों को सिलसिला 
अब बस शुरू हुआ हैं 
मुझे तो सिर्फ यहीं देखना हैं 
तेरी ताली कितने जोर से बजती हैं 
क्या मेरे घर में गूंजती हैं 
क्या मेरे मोहल्ले में 
मेरे शहर में 
या 
क्या तेरी ताली 
मेरे लिए बजनेवाली तेरी ताली 
क्या मेरे देश में गूंजती हैं 
तय कर ले 
तू आज तय कर ले 
दोस्त, 
तू कितना कायर हैं 
या तू कितना अटल हैं 
दोस्त मेरे,
आज तू तय कर ले 
क्या तू मेरा दोस्त हैं 
या मेरा दुश्मन हैं? 
-
चाँदनी गिरिजा 
दिन ०६/३० | ३० दिनों में ३० कवितायेँ | राष्ट्रीय कविता लिखन माह | #नापौरीमो 
#napowrimo #napowrimo2022

Image: A still from the movie 'Gangubai Kathiawadi.' Source - IndiaToday

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